अरिष्ट योग का अर्थ
[ ariset yoga ]
अरिष्ट योग उदाहरण वाक्य
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- कैसे होते हैं अरिष्ट योग -
- इस योग के कारण अन्य अरिष्ट योग समाप्त हो जाते हैं।
- जन्म-कुंडली में बनने वाले कुछ प्रेत अरिष्ट योग इस प्रकार हैं : -
- ईश्वर से प्रार्थना और उपाय से भी अरिष्ट योग टल जाते हैं।
- इसी प्रकार चन्द्रमा के साथ अरिष्ट योग माता के लिए कष्टकारक होता है।
- यदि कुंडली में अरिष्ट योग हो तो सावधानी रखकर कष्ट से बचा जा सकता है।
- जिन की कुंडली में ग्रहो का अरिष्ट योग है , इस व्रत को करने से वह दोष दूर होता है।
- जिन की कुंडली में ग्रहो का अरिष्ट योग है , इस व्रत को करने से वह दोष दूर होता है।
- अरिष्ट भंग योग-जिस प्रकार अरिष्ट योग होते हैं उसी प्रकार अरिष्ट को भंग करने वाले अरिष्ट भंग योग भी होते हैं।
- हालाँकि आजकल चिकित्सा क्षेत्र में प्रगति के चलते हर बीमारी का निदान संभव हो चला है अत : यदि कुंडली में अरिष्ट योग हो तो सावधानी रखकर कष्ट से बचा जा सकता है।